हरियाणा कुरुक्षेत्र से 2014 में भारी मतों से जीतने वाले भारत के अमीर उद्योगपति नवीन जिंदल को हराकर कुरुक्षेत्र से विजय पूर्व सांसद राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार सैनी अपनी पार्टी बनाकर अपने हकों की लड़ाई लोगों के सामने लेकर आए 2019 की बात करें तो उनको एक के बाद एक मेयर लोकसभा और विधानसभा में लोगों का भरपूर समर्थन मिला लेकिन भारी संख्या होने के बावजूद भी वोटों को एकजुट नहीं कर पाए। उसका सबसे बड़ा कारण बैकवर्ड और एससी समाज के लोगों को अपने ऊपर भरोसा ना होने की वजह से वोटों का समीकरण बदल गया । लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में राजकुमार सैनी भारतीय जनता पार्टी को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया कि उनको बैसाखी का सहारा लेकर जेजेपी के साथ समर्थन लेकर सरकार बनानी पड़ी लेकिन 2024 मे भारतीय जनता पार्टी को कहीं ना कहीं दलित और पिछड़ों की जरूरत 2024 में दिखाई दे रही है क्योंकि कांग्रेस भी अपनी एड़ी चोटी का जोर दलित और पिछड़ों के पीछे लगा रही है 2024 का चुनाव दलित और पिछड़ों पर निर्भर है वह जिस पार्टी को समर्थन देंगे वह पार्टी 2024 की विजय पार्टी होगी 2019 के बाद लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी की हार के बाद लोगों में मायूसी का माहौल 2024 तक देखने को मिल रहा है क्योंकि उनको आज तक 27 परसेंट आरक्षण और अपनी हिस्सेदारी नहीं मिली भारतीय जनता पार्टी भी दलित और पिछड़ों को कहीं ना कहीं लॉलीपॉप की राजनीति करके उनसे वोट बटोरना चाहती है। लेकिन लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी ने पानीपत से 2024 के लिए विजय रथ का पहला चरण शुरू कर दिया पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने 36 बिरादरी के लोगों को जोड़ना शुरु कर दिया जो कार्यकर्ता और पदाधिकारी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी को छोड़कर बीजेपी और कांग्रेस की तरफ जा रहे थे उन्होंने भी अब यू टर्न लेना शुरू कर दिया। क्योंकि उनको पता है 2024 में पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ही उनके हक इस सत्ता में दिला सकते हैं कहीं ना कहीं लोगों को भी अब समझ आना शुरू हो गया की पूर्व सांसद राजकुमार सैनी सच की राजनीति कर रहे हैं वह वोटों के लिए राजनीति नहीं कर रहे क्योंकि राजनीतिक पार्टियां दलित और पिछड़ों को कहीं ना कहीं उनके हकों को दे नहीं रही 2024 के लिए पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने कमर कस ली और सभी लोकसभा और विधानसभा के अंदर अपने विचार देकर नुकड़ जनसभाएं करनी शुरू कर दी। पानीपत में काफी लोग जनसभा में देखने को मिल रहे हैं और उनको 2014 में भरपूर समर्थन के लिए लोग आगे आ रहे हैं ब्यूरो रिपोर्ट
