रोहतक, 26 दिसंबर।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रताप सिंह को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो बड़े सम्मान मिले हैं। अफ्रीकन मून यूनिवर्सिटी, (USA) अमेरिका ने जहां उन्हें शिक्षा की सबसे बड़ी मानद उपाधि डॉक्टर ऑफ लेटर्स (डी.लिट) देकर सम्मानित किया है वहीं यूनेस्को से संबंधित इंटरनेशनल संस्था ग्लोबल इंस्टीट्यूट फॉर पीस एजुकेशन एंड रिसर्च श्रीलंका से उन्हें इंटरनेशनल एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। मूल रूप से हिसार के गांव नंगथला निवासी डॉ प्रताप सिंह महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में रक्षा एवम् सामरिक अध्ययन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। उनकी इस बड़ी उपलब्धि पर विभागाध्यक्ष प्रो. शालिनी सिंह, प्रो० एस. पी. वत्स, प्रोफेसर आर एस सिवाच और श्रीमती प्रोमिला रांगी ने बधाई दी। प्रो० शालिनी सिंह ने कहा कि डॉ. प्रताप सिंह ने इंटरनेशनल प्लेटफार्म पर विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने का काम किया है और डॉ प्रताप सिंह युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। परमबलुरु, तमिलनाडु में आयोजित हुए दीक्षान्त समारोह में डॉ. प्रताप सिंह को डीलिट अवॉर्ड, ग्लोबल इंस्टीट्यूट फॉर पीस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर श्रीलंका के विशेषज्ञ सदस्य डॉ. कृष्णथा, डीके इंटरनेशनल रिसर्च फाउंडेशन , आईसीईआरटी के चेयरमैन डॉ. एस. के.सिंहमार व डीके इंटरनेशनल रिसर्च फाउंडेशन के मुख्य वित्त अधिकारी के.पी. मुरूगेशन ने प्रदान किया। डा. प्रताप सिंह की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध से संबंधित पांच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और इससे पहले भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड मिल चुके हैं। इस मौके पर इंटरनेशनल रिसर्च फाउंडेशन के डायरेक्टर ए.दिनेश के आलावा देश -विदेश से शिक्षा व् साहित्य से जुड़े विद्वान मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन हिसार -डॉ. प्रताप सिंह को डी.लिट की मानद उपाधि से सम्मानित करते हुए डॉ. कृष्णथा व अन्य अतिथिगण।
