लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। जिसके लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की ओर से शहर में 2700 और अत्याधुनिक CCTV कैमरे लगाए जाएंगे।
निगरानी के दायरे को मजबूत करने और सुरक्षा उपायों को बढ़ाए जाएंगे। इसके लिए 250 स्थानों पर कैमरे स्थापित किए जाएंगे। जीएमडीए प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस विभाग से इस मामले को लेकर बातचीत की जा रही है।
ये सीसीटीवी किन स्थानों पर लगाए जाएंगे, इसको पुलिस चिह्नित करेगी। इसके बाद जीएमडीए उन स्थानों पर सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। वहीं, 1200 सीसीटीवी कैमरे पहले चरण में लगाए जा चुके है। सभी कैमरे जीएमडीए के कैप्टिव ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क के माध्यम से जुड़े हुए हैं। शहर के 300 से अधिक प्रमुख स्थानों पर अत्याधुनिक कैमरे वीहांत टेक्नोलॉजीज की ओर से लगाए गए है। इन कैमरों से नो पार्किंग, ट्रैफिक, सीट बेल्ट, गलत रास्ता, नो हेलमेट और ट्रिपल राइडिंग, वाहन ट्रैकिंग की निगरानी हो रही है। इसमें एमजी रोड मेट्रो स्टेशन, ग्लेरिया मेन मार्केट, ग्लेरिया, जेनपैक्ट अंडरपास, गुड अर्थ मॉल, गुरु द्रोणाचार्य मेट्रो, हल्दीराम, हयात रिजेंसी आदि है।
रोज काटे जा रहे 4000 चालान
जीएमडीए ने पहले चरण में शहर में 218 स्थानों पर 1200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। रोज औसतन 4000 चालान काटे जाते हैं। पुलिस 24 घंटे इन कैमरा से निगरानी की जाती है। इस हाई-टेक सीसीटीवी का उपयोग करते हुए लाल-बत्ती, ज़ेबरा क्रॉसिंग, गलत साइड ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, पार्किंग. हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनने और बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट वाले वाहनों पर ट्रैफिक उल्लंघन के लिए नियमित ई-चालान जारी किए जा रहे हैं।
क्लीयर नाइट विजन वाले कैमरे
वीहांत टेक्नोलॉजीज के एवीपी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि ट्रैफिक एनालिटिक्स समाधान पार्किंग जैसे उल्लंघनों का पता लगाने में अधिकारियों की सहायता की जाती है। 300 अत्याधुनिक कैमरे ट्रैफिक कंट्रोल रूम से जुड़े है। चौबीसों घंटे इसकी निगरानी की जाती है। इससे हेलमेट नहीं पहनने, ओवर स्पीडिंग, ट्रिपल-राइडिंग, स्टॉप लाइन उल्लंघन, वाहन चलाते समय फोन पर बात करने और अन्य उल्लंघनों का पता लगाया जाता है। ये कैमरे रात में भी काम करते हैं।